अध्याय २ ( भाग १ ) जन्म तिथि फल

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भविष्य, स्वभाव और रुचियों के बारे में जन्मकुंडली तो राज खोलती ही है, जन्म की तिथि से भी व्यक्ति के स्वभाव और गुणों के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है।
हम जानते हैं कि हम किस ग्रह-नक्षत्र में पैदा हुए इसका हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव होता है। इसी तरह जैसे हम किस तिथि में जन्म लेते हैं इसका भी हमारे व्यक्तित्व का असर पड़ता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, हिंदू पंचांग की हर तिथि का अपना एक खास महत्व होता है और ऐसे में हर अलग-अलग तिथि पर जन्म लेने वाले जातक पर इन तिथियों का एक खास प्रभाव भी पड़ता है। कहने का मतलब है कि प्रतिपदा से लेकर पूर्णिमा तक जन्म लेने वाले जातक के व्यक्तित्व का संबंध भी कहीं न कहीं इन तिथियों से होता है। तो चलिए जानते हैं कि किन तिथियों पर जन्मे लोगों का स्वभाव और जीवन कैसा होता है?
अपने बारे में जानने के बारे में व्यक्ति बहुत उत्सुक रहता है। वह अपने स्वभाव और रुचियों से भलीभांति परिचित होता है, फिर भी उसके मन में कई तरह के प्रश्न उठते रहते हैं और उनका उत्तर पाने के लिए वह ज्योतिषीय सलाह लेता है।
प्रत्येक माह में 15-15 दिन के दो पक्ष होते हैं, शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष। प्रतिपदा से अमावस्या तक कृष्ण पक्ष और फिर प्रतिपदा से पूर्णिमा तक शुक्ल पक्ष। कृष्ण और शुक्ल दोनों पक्षों में प्रथमा से चतुर्दशी तक चौदह तिथि, एक पूर्णिमा और एक अमावस्या। इस तरह एक माह में सोलह तिथियां होती हैं। इन सोलह तिथियों में जन्म लेने वाले व्यक्ति का अलग-अलग स्वभाव होता है।
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अध्याय २ ( भाग १ ) जन्म तिथि फल
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अध्याय २ ( भाग १ ) जन्म तिथि फल
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